मखाना: जानिए एक बीज से सुपरफूड बनने तक का सफर और उसके फायदे

Makhana - Ek beej se superfood tak ka safar | Swasthya ke liye labhdayak crispy snacks.
makhana (foxnut) aur uske faayde

मखाना:अंग्रेजी में फॉक्स नट(Fox Nut) और साइंटिफिकली यूरीएल फेरोक्स (Euryale ferox) नाम से लोकप्रिय और अनेकों पौष्टिक तत्वों से भरपूर ये मखाना कैसे एक बीज से सुपरफूड बन जाता है, पूरी प्रक्रिया और उससे सेहत को मिलने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बात करेंगे आज इस Health Care सेगमेंट में :

मखाना क्या है?

मखाना, मूल रूप से वाटर लिली प्रजाति का एक जलीय पौधा होता है। आसान भाषा में कहें तो ये कमल के फूल का बीज होता है, इसलिए इसे Lotus Seed के नाम से भी जाना जाता है। इसे प्रायः झीलों और तालाबों जैसे जलमग्न क्षेत्रों में ही उगाया जाता है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पूरी दुनिया में जितना भी उत्पादन मखाने का होता है उसका 90% तो भारत में ही किया जाता है, और यही नहीं भारत के कुल उत्पादन का 80% हिस्सा अकेला बिहार राज्य ही उत्पादित करता है। बिहार के दरभंगाकटिहार, अररिया जैसे लगभग 8-9 जिलों में मखाने की खेती प्रचुर मात्रा में की जाती है।

लेकिन, क्या आप जानते हैं ? कई पोषक तत्वों से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी ये स्वादिष्ट मखाना Ready to Eat फूड नहीं है बल्कि इसे खाने लायक बनाने के लिए पहले एक पूरी प्रोसेस से गुजरना पड़ता है तब जाकर एक बीज, सुपरफूड बनता है।आइए जानते हैं इस पूरी प्रक्रिया को।

बीज से सुपरफूड बनने तक का सफर 

मिली जानकारी के अनुसार सर्दियों के महीनो में सबसे पहले तालाबों या झीलों को अच्छे से साफ़ करके फिर बहुत सावधानीपूर्वक एक उचित दूरी पर इसके बीज बोए जाते हैं जिससे दो बीजों के बीच अंतर न हो। इसके बाद 25 से 30 दिनों के अंदर इनकी जांच की जाती है ये देखने क लिए कि जो बीज बोया गया है वो अच्छी तरह से अंकुरित हो रहा है नहीं। 

अगर बनावट की बात करें तो  धीरे धीरे ये बीज अंकुरित होकर एक पौधे का रूप ले लेते हैं, जिनमें लगभग २ फीट तक के गोलाकार बड़े बड़े पत्ते होते हैं। इन पौधों में बैंगनी रंग के फूल और कंटीली बीज की फलियां पैदा होती है।साथ ही इस पौधे की सही ग्रोथ के लिए अच्छी धूप का होना भी जरूरी है। 

जब ये पौधे तैयार हो जाते हैं उसके बाद सबसे पहले इन्हें किसी बांस की सहायता से पानी से बाहर निकाला जाता है। पानी में रहने की वजह से इन पर बहुत ज्यादा गंदगी जमा हो जाती है, इसीलिए इन्हें छलनी नुमा बर्तन में डालकर बार बार हिलाया जाता है और फिर पानी से अच्छी तरह से साफ़ किया जाता है। 

Makhana - Ek beej se superfood tak ka safar | Swasthya ke liye labhdayak crispy snacks.
प्रतीकात्मक फोटो

इसके बाद जो बीज अच्छे से साफ़ हो जाते हैं, उन्हें एक विशिष्ट मर्तबान में डालकर जमीन पर बहुत देर तक रोलिंग की जाती है जिससे इन बीजों को सॉफ्ट बनाया जा सके। इसके बाद इन बीजों को कुछ घंटों तक सुखाया जाता है। 

बीजों के अच्छे से सूखने के बाद बारी आती है इन्हें फ्राई करने की, इस प्रक्रिया में बीजों को अलग-अलग तापमान पर सेंका जाता है, जिससे उनका आकार बढ़ जाता है और उनकी संरचना बदल जाती है। 

एक फिक्स टाइम तक ये प्रक्रिया करने के बाद इन बीजों को लकड़ी के एक विशिष्ट कंटेनर्स में भरकर साफ कपड़े से कुछ घंटों के लिए ढक दिया जाता है। इसके बाद दोबारा इन्हें निकालकर वही प्रोसेस फॉलो करते हुए इन्हें फिर से तब तक फ्राई किया जाता है जब तक कि बीज फट न जाए। 

अंत में बीजों के फटने पर जो इसमें से बाहर आता है वही "मखाना"होता है। और इस तरह अनेकों गुणों से भरपूर अपनी हल्की कुरकुरी बनावट और एक "हेल्दी स्नैक्स" और "सुपर फूड" के रूप में लोकप्रिय मखाना अपने बीज से सुपर फूड बनने के सफर को खत्म करते हुए अब खाने के लिए एक दम तैयार है।

मखाने के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ या फायदे  

यदि आप स्वास्थ्य के प्रति सजग हैं और प्राकृतिक तरीके से शरीर को पोषण देना चाहते हैं, तो मखाना एक बेहतरीन विकल्प है। इसे अपनी दैनिक डाइट में शामिल करना आपके स्वास्थ्य के लिए एक स्मार्ट निर्णय हो सकता है।

ये इतना हल्का होता है कि इसे हर उम्र के लोग खा सकते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक मखाना हमारे शरीर में वात और पित्त दोष का उचित बैलेंस बनाए रखने में भी सहायक है।

इसके अलावा मखाने को डाइट में शामिल करने से हमारी सेहत को और क्या क्या फायदे हैं, आइए जानते हैं :

  1. प्रोटीन का अच्छा स्रोत
    मखाना में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो शाकाहारी आहार लेते हैं और प्रोटीन की कमी महसूस करते हैं। मखाना में 9 अमीनो एसिड होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। यह मांसपेशियों की वृद्धि और मरम्मत के लिए सहायक होता है।
  2. लो कैलोरी और वजन घटाने में मददगार
    मखाने में प्रति 100 ग्राम 350 कैलोरी होती है, जिससे यह वजन घटाने में सहायक हो सकता है, क्योंकि यह भूख को शांत करता है, लेकिन शरीर में कैलोरी की अधिकता नहीं होने देता। इसके अलावा, इसमें कोई भी ट्रांस फैट नहीं होता, जिससे वजन कम करने की प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है।
  3. पाचन तंत्र को मजबूत बनाना
    मखाने में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह कब्ज की समस्या को दूर करने में भी सहायक है और आंतों की सफाई को बढ़ावा देता है। नियमित रूप से मखाना खाने से पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या भी कम हो सकती है।
  4. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
    मखाने में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हृदय को स्वस्थ रखने में योगदान करते हैं। मखाना का सेवन हृदय के लिए अत्यधिक लाभकारी हो सकता है, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
  5. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
    मखाने में फ्लेवोनॉइड्स और फेनोलिक कंपाउंड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में मौजूद हानिकारक फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं और शरीर को अंदर से स्वस्थ रखते हैं।
  6. मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देना
    मखाने में थायमिन (विटामिन B1) और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह मानसिक स्थिति को शांत और स्थिर रखने में सहायक होते हैं और तनाव को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, मखाने का सेवन स्मृति को बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है।
  7. हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद
    मखाने में कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिज होते हैं, जो हड्डियों और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। यह हड्डियों को मजबूत बनाए रखते हैं और जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  8. मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं में राहत
    महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान होने वाली असहनीय दर्द और समस्याओं के लिए मखाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें मौजूद आयरन और कैल्शियम मासिक धर्म के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं और शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।

ये भी पढ़ें : किस धातु के बर्तन में खानापकाना सबसे सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक है?

मखाने का सेवन कितना और कैसे करें?

ध्यान रखिए, "कोई भी चीज कितनी भी अच्छी हो लेकिन आपकी सेहत को उसका असली लाभ तभी मिलेगा जब आप एक निश्चित और उचित मात्रा में उसका सेवन करें"। इस लिहाज से एक दिन में 100 ग्राम (एक या दो मुट्ठी)मखाना एक स्वस्थ वयस्क व्यक्ति के लिए पर्याप्त है। बाकी उम्र और व्यक्ति की मेडिकल कंडीशन के हिसाब से इसमें बदलाव संभव है।

मखाने के बारे में एक बहुत दिलचस्प बात ये है कि आप इसे दिन में ब्रेकफास्ट, लंच , डिनर किसी भी समय खा सकते हैं। इसके अलावा मखाने को विभिन्न रूपों में खाया जा सकता है, जैसे :

  • घी में भूना हुआ मखाना: मखाने को हल्का सा घी में भून कर चलते फिरते कभी भी स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं, जो हल्का, कुरकुरा और बेहद स्वादिष्ट होता है।
  • मखाना चाट: इसे सलाद या चाट में मिलाकर भी खा सकते हैं।
  • मखाना की खीर या हलवा: मखाने का हलवा या खीर एक स्वादिष्ट मिठाई होती है, जिसे विशेष अवसरों पर बनाया जाता है।
  • मखाना पाउडर: मखाने को पीसकर पाउडर भी बनाया जा सकता है, जिसे किसी भी डिश में मिलाकर खाया जा सकता है।  
  • दूध के साथ सेवन: एक गिलास गर्म दूध में 5-6 मखाने डालकर पी सकते हैं। 

अंत में कुछ सावधानियां 

हर व्यक्ति का शरीर एक दूसरे से अलग होता है, इसीलिए मखाने के स्वास्थ्य सम्बन्धी अनगिनत फायदे होते हुए भी इसके विपरीत हमें इसका सेवन करते समय कुछ सावधानियां भी रखनी चाहिए जैसे :

a. मखाने की तासीर या प्रकृति ठंडी होने की वजह से कुछ कंडीशंस में इसका सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

b. गर्भवती महिलाओं को बिना अपने डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

c. सुपर फ़ूड है, ये सोच कर ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आप कब्ज की समस्या को आमंत्रित कर सकते हैं।

d. अगर आपको डाइबिटीज है तो मखाने के सेवन से इंसुलिन का स्तर डिस्टर्ब हो सकता है। सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

e. इसके अलावा अगर आपको पहले से कोई एलर्जी है या किसी और मेडिकल कंडीशन की वजह से लम्बें समय से आपकी कोई दवाइयाँ या ट्रीटमेंट चल रहा हो तो भी अपने डॉक्टर से पूछे बिना मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए।

डिअर रीडर्स आपको ये जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं आपकी राय मेरे लिए महत्वपूर्ण है, और अगर अच्छी और उपयोगी लगी तो ज्यादा से ज्यादा शेयर जरूर कीजियेगा, धन्यवाद।

Disclaimer (अस्वीकरण ): प्रिय पाठक सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है जिसका मकसद केवल आपको जागरूक करना है। मैंने इसे लिखने में मेरे ज्ञान के आधार पर सामान्य जानकारियों की सहायता ली है, तो ऐसे में आप जब भी कहीं, कुछ भी अपनी सेहत से सम्बंधित कुछ पढ़ें तो उसे अपनाने या सेवन करने से पहले किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।

 

 

 

 

 





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